
एक तरफ झारखंड में बीजेपी रीजनल नेता हेमंत सोरेन की ताकत का अंदाजा लगाने में चूकी थी। दूसरी ओर दिल्ली में आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उसके हथकंडे काम नहीं आए। हालांकि, उसके वोट शेयर में सुधार हुआ है। 2015 के 32.3 पर्सेंट से बढ़कर यह इस बार 38.43 पर्सेंट रहा। via WORLD NEWS The Navbharattimes