Monday, July 18, 2022

Where are the Parkland activists today?


U.S. New York TimesBy BY FRANCES ROBLES Via NYT To WORLD NEWS

हिंदू को अल्पसंख्यक का दर्जा न मिलने का दिखाइए ठोस सबूत तब करेंगे विचार,' :सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सोमवार को एक याचिकाकर्ता से कहा कि वह इस बारे में ठोस उदाहरण पेश करे कि हिंदुओं को उन राज्यों में अल्पसंख्यक (Hindu Minorities) का दर्जा नहीं मिल रहा है जहां वे अल्पसंख्यक हैं। केंद्र सरकार की 1993 की नोटिफिकेशन को चुनौती दी गई है जिसमें मुस्लिम, ईसाई, बौध और जैन के साथ-साथ पारसी को नैशनल लेवल पर अल्पसंख्यक घोषित किया गया था।

नीट परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश, CBI ने मास्टरमाइंड सहित आठ लोगों को किया गिरफ्तार

एफआईआर में आरोप है, ‘परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थियों को शामिल कराने के लिए उन्होंने तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ भी की थी।’ एजेंसी ने इस संबंध में सुशील रंजन, बृजमोहन सिंह, पप्पू, उमाशंकर गुप्ता, निधि, कृष्ण शंकर योगी, सन्नी रंजन, रघुनंदन, जीपू लाल, हेमेन्द्र और भरत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पीएम मोदी ने कहा- भारत को नुकसान पहुंचाने वाली ताकतें देश में हों या विदेश में हर कोशिश नाकाम करना है

पीएम मोदी ने कहा कि बीते चार-पांच सालों में हमारा रक्षा आयात लगभग 21 प्रतिशत कम हुआ है। आज हम सबसे बड़े रक्षा आयातक के बजाय एक बड़े निर्यातक की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। इस सम्मेलन का उद्देश्य रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए भारतीय उद्योग और शिक्षा जगत को जोड़ना है।

देश में मंकीपॉक्स के दो मामले आने पर केंद्र सरकार अलर्ट, विदेशों से भारत आने वाले यात्रियों की सख्त स्वास्थ्य जांच का आदेश

सोमवार की बैठक में हवाईअड्डे और बंदरगाह के स्वास्थ्य अधिकारियों (एपीएचओ और पीएचओ) और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के क्षेत्रीय कार्यालयों के क्षेत्रीय निदेशकों ने भाग लिया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, भारत में आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सख्त स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित करने की सलाह दी गयी है, जिससे देश में मंकीपॉक्स के मामलों के जोखिम को कम किया जा सके।

भारत-चीन सेना के बीच 16वें दौर की बातचीत का नहीं निकला कोई हल, 12 घंटे बाद भी नहीं बन पाई सहमति

India-China Talks: भारत और चीने के बीच 16वें दौर की बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकल पाया। कोर कमांडर लेवल की यह मीटिंग 12 घंटे तक चली। इस मीटिंग में भी कोई सहमति नहीं बन पाई और यह बेनतीजा ही खत्म हुई। सोमवार को भारत और चीन की तरफ से ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया गया। जिसमें कहा गया कि मीटिंग में दोनों ने खुलकर अपनी बातों को रखा और गंभीरता से मुद्दों पर बात की।

Monkeypox Virus Case Update: भारत में मंकीपॉक्स का दूसरा केस, कितनी खतरनाक है ये बीमारी?


देशभर में मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट घोषित कर दिया गया है। इस बीच देश में मंकीपॉक्स के एक और मामले की पुष्टि हुई है। मंकीपॉक्स का नया संदिग्ध मरीज भी केरल से ही सामने आया। इसके बाद स्वास्थ्य एजेंसियों में इसको लेकर हडकंप मच गया।

राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि कन्नूर में 31 वर्षीय शख्स में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई है। उन्हें परियाराम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी स्वास्थ्य स्थिति ठीक है। उनके संपर्क में में आने वालों पर निगरानी रखी जा रही है।

इस सप्ताह की शुरुआत में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने बताया था कि मंकीपॉक्स के 63 देशों के 9,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए, जिनमें से अधिकांश मई के बाद सामने आए हैं। डब्ल्यूएचओ अगले सप्ताह 21 जुलाई को एक बैठक कर रहा है जिसमें तय किया जाएगा कि प्रकोप से निपटने के लिए देशों और समुदायों को क्या करना चाहिए।

इस बीच विश्व स्वास्थ्य नेटवर्क यानी वर्ल्ड हेल्थ नेटवर्क ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। एक बयान में कहा गया है कि मंकीपॉक्स का प्रकोप तेजी से कई महाद्वीपों में फैल रहा है और यह गोबल एक्शन के बिना नहीं रुकेगा।

सेंटर फॉर डिजीज एंड कंट्रोल प्रिवेंशन के मुताबिक, इंसान में मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक के लक्षणों के समान लेकिन हल्के होते हैं और संक्रमण के 7-14 दिनों बाद बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकावट के साथ शुरू होते हैं। इसके आम लक्षणों में बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, मांसपेशियों के दर्द, थकान और सूजी हुई लसीका ग्रंथियां शामिल हैं।

वैसे जानकार मानते हैं कि मंकीपॉक्स से ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है। ये कोरोना वायरस की तरह नहीं फैलता है, इसकी गंभीरता भी कम बताई जा रही है। इस बारे में इंडिया मेडिकल टास्क फोर्स से जुड़े केरल के एक चिकित्सा विशेषज्ञ डॉक्टर राजीव जयदेवन ने कहा कि कोरोना के विपरीत मंकीपॉक्स तेजी से फैलने वाली बीमारी नहीं है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोप में इस साल करीब छह हजार केस मिले हैं लेकिन इनमें से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। अफ्रीका के कुछ स्थानों में मंकीपॉक्स से एक निश्चित मृत्यु दर थी लेकिन इस बीमारी का कांगो स्ट्रेन कहीं और नहीं फैल रहा है।


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