Sunday, February 20, 2022

हिंदुत्व, धर्म संसद और हिजाब विवाद पर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती की बड़ी बातें


रायपुर : गोवर्धन मठ पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती (Swami Nischalanand Saraswati in raipur) रविवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे। यहां उन्होंने धर्म संसद, हिजाब विवाद (Nischalanand Saraswati on Hijab Controversy) और हिंदुत्व जैसे मुद्दों पर अपनी राय रखी है। उन्होंने हिंदुत्व को लेकर बात करते हुए कहा कि हिंदुओं के लिए जो खतरा है, जो हिंदुओं को काफिर कहते हैं। वह अपने पूर्वजों को काफिर कह रहे हैं। हमने कहा कि क्योंकि हिंदू सब के पूर्वज सनातनी वैदिक आर्य हिंदू हैं।



निश्चलानंद सरस्वती ने हिजाब विवाद पर कहा कि नेता आएंगे तो सारी स्थिति समझेंगे। मेरे निर्णय को सुप्रीम कोर्ट भी नहीं काट सकता, विवाद चल रहा है, अभी मुंह खोलना मेरे लिए उचित नहीं है, कहीं बवंडर ना हो जाए, पहले परिस्थिति को समझेंगे। शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदुओं के लिए जो खतरा है, उन पर खतरा अधिक है, जो हिंदूओं को काफिर कहते हैं, वो अपने पूर्वजों को काफिर कहते हैं, क्योंकि सबके पूर्वज सनातनी वैदिक आर्य हिंदू हैं। हम विश्व का कल्याण हो कहते हैं, मुसलमान, हिंदुओं का बंटाधार हो सोचते हैं ।



उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र में हर पंथ, कौम समुदाय के योगदान का स्वागत जो सुसंस्कृत, सुरक्षित समाज बनाने में योगदान देंगे। धर्म संसद को लेकर निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि धर्म संसद को लेकर अशोक सिंघल मेरे पास 70 बार आए, उन्होंने धर्म संसद की स्थापना की थी लेकिन अब भाजपाई, कांग्रेसी सपा-बसपा सब यही चाह रहे हैं कि धर्म संसद वो चलाएं, पर यह तो कूटनीति है। #ShankaracharyaOnHijabRow #ShankaraCharyaInRipur


via WORLD NEWS

No comments:

Post a Comment