Saturday, November 20, 2021

Family of Elijah McClain to Receive $15 Million in Settlement


U.S. New York TimesBy BY SOPHIE KASAKOVE Via NYT To WORLD NEWS

Videos Said to Be of Peng Shuai Don’t Resolve Questions About Her Safety


Sports New York TimesBy BY MATTHEW FUTTERMAN AND CHRISTOPHER CLAREY Via NYT To WORLD NEWS

Screen Sharing


Crosswords & Games New York TimesBy BY CAITLIN LOVINGER Via NYT To WORLD NEWS

How to get a coronavirus booster shot in New York City.


World New York TimesBy BY PRECIOUS FONDREN AND LOLA FADULU Via NYT To WORLD NEWS

‘Accidental Discharge’ of Firearm Prompts Panic at Atlanta Airport


U.S. New York TimesBy BY EDUARDO MEDINA AND ISABELLA GRULLÓN PAZ Via NYT To WORLD NEWS

Chhattisgarh No1 का अवॉर्ड लेकर लौटे सीएम बघेल, ढोल-बाजों के साथ हुआ स्वागत


रायपुर
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल देश के सबसे स्वच्छ राज्य का पुरस्कार लेकर शनिवार शाम को दिल्ली से लौटे। रायपुर पहुंचने पर कांग्रेस विधायकों और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। एयरपोर्ट पर पार्टी कार्यकर्ता नाचते-गाते नजर आए। वहीं, सीएम ने पुरस्कार के लिए सफाई कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि देश में अब छत्तीसगढ़ मॉडल ही चलेगा क्योंकि गुजरात मॉडल अब खत्म हो चुका है।

‘आ रहा हूं आपके घर, हिम्मत हो तो मेरे घुटने तोड़ देना’, रामेश्वर शर्मा के बयान पर अब दिग्विजय ने दी चुनौती

बघेल ने स्वच्छ सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ के बेहतर प्रदर्शन का कारण बताते हुए गुजरात मॉडल को खारिज कर दिया। सीएम ने बताया कि उनकी सरकार ने स्वच्छता को अर्थव्यवस्था से जोड़ा है। कचरे के निपटान और गोबर को आम लोगों के लिए आमदनी का जरिया बना दिया। इसके कारण लोग सफाई को लेकर ज्यादा गंभीर हैं। सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ मॉडल ही देश में चलेगा। गुजरात मॉडल अब खत्म हो चुका है।


via WORLD NEWS

When the Police Kill Without Cause


Opinion New York TimesBy BY THE EDITORIAL BOARD Via NYT To WORLD NEWS

The Diminishing Democratic Majority


Opinion New York TimesBy BY ROSS DOUTHAT Via NYT To WORLD NEWS

Thousands in Austria Protest Virus Lockdown and Vaccine Mandate


World New York TimesBy BY MELISSA EDDY Via NYT To WORLD NEWS

When can the Covid masks finally come off?


World New York TimesBy BY EMILY ANTHES Via NYT To WORLD NEWS

Rioters Clash With the Police in the Netherlands Over Covid Measures


World New York TimesBy BY THE ASSOCIATED PRESS AND REUTERS Via NYT To WORLD NEWS

Covid Vaccine Gets Muted Welcome in Land Awash in Bigger Problems


World New York TimesBy BY PHOTOGRAPHS AND TEXT BY LYNSEY ADDARIO Via NYT To WORLD NEWS

बच्चे स्कूल गए तो घर आ जाएगा कोरोना? डॉ. गुलेरिया ने दूर की यह टेंशन

नई दिल्ली कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पूरे डेढ साल बाद दिल्ली-NCR समेत कई राज्यों में स्कूल खोल दिए गए हैं। मगर स्कूल खुलने पर आपका बच्चा स्कूल जाए या नहीं? दिल्ली समेत कई राज्यों ने यह फैसला पैरंट्स पर ही छोड़ दिया गया है। पैरंट्स अपने बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर काफी चिंता में है। इस चिंता पर एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा , बच्चों के शारीरिक विकास के लिए स्कूल खुलना बहुत जरूरी है। स्कूल खुलने से बच्चों की पढ़ाई फिर से पटरी पर आ जाएगी। डॉ गुलेरिया ने कहा, कोरोना वायरस का संक्रमण बच्चों में तेजी से फैलने की संभावना होती है। मगर कोरोना वायरस के संक्रमण का जो ताजा आंकड़ा आ रहा है, वह काफी राहत देने वाला है। बच्चों को स्कूल भेजने में कोई दिक्कत नहीं है। डॉ गुलेरिया स्कूल खोलने जाने के पक्ष में हैं। उन्होंने पहले भी कहा था कि लंबे समय तक बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। बच्चों के विकास के लिए स्कूल खुलना जरूरी है। दिल्ली में 32 नए कोरोना केस , पांच दिनों में कोई मौत नहीं दिल्ली में शनिवार को कोविड-19 के 32 नए मामले सामने आए हैं, जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14,40,637 हो गई है। हालांकि, दिल्ली में पिछले पांच दिनों में एक भी कोविड मौत नहीं हुई है। शहर में मरने वालों की संख्या 25,095 है। शहर में मृत्यु दर 1.74 प्रतिशत है। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड संक्रमण दर 0.06 प्रतिशत है। ताजा स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार शहर में सक्रिय मामले 325 हैं। स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया है कि पिछले 24 घंटों में 32 मरीजों के ठीक होने के साथ, अब तक स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या बढ़कर 14,15,217 हो गई है। वर्तमान में कुल 150 कोविड रोगियों का इलाज होम आइसोलेशन में किया जा रहा है।

कैसे-कब खत्‍म होगा आंदोलन? फैसले के लिए किसान संगठनों की रविवार को बैठक, जानें अब क्‍या होंगी शर्तें

नई दिल्ली तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के फैसले के बाद अब केंद्र पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी वाला कानून लाने का दबाव बनाया जाएगा। आंदोलनकारी किसान संगठन और विपक्षी दल इसके लिए तैयारी में जुट गए हैं। वहीं, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने भी शनिवार को इस मांग में शामिल होते हुए कहा कि जब तक इस मुद्दे का समाधान नहीं हो जाता, तब तक आंदोलन समाप्त नहीं होगा। विभिन्न किसान संघों के प्रमुख संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की एक अहम बैठक रविवार को होगी। इसमें एमएसपी मुद्दे और आगामी संसद सत्र के दौरान प्रस्तावित दैनिक ट्रैक्टर मार्च और आगे के कदम के बारे में फैसला किया जाएगा। मोर्चा की कोर कमेटी के सदस्य दर्शन पाल ने कहा, ‘‘संसद तक ट्रैक्टर मार्च का हमारा आह्वान अभी तक कायम है। आंदोलन की भावी रूपरेखा और एमएसपी के मुद्दों पर अंतिम फैसला रविवार को सिंघु बॉर्डर पर एसकेएम की बैठक में लिया जाएगा।’’ भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने भी एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा कि आंदोलन कुछ शर्तों के पूरा होने के बाद ही खत्‍म होगा। इसमें एमएसपी की गारंटी के साथ आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने का मुद्दा अहम है। इस बीच किसान नेता तथा एसकेएम सदस्य सुदेश गोयत ने कहा, ‘‘... हमने तय किया है कि संसद में इन कानूनों के औपचारिक रूप से वापस लिए जाने तक हम यह जगह नहीं छोड़ेंगे। आंदोलन के एक साल पूरा होने के मौके पर 26 नवंबर को दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आना जारी रहेगा।’’ उन्होंने कहा कि अभी तक ट्रैक्टर मार्च को रद्द करने का कोई फैसला नहीं हुआ है। वरुण गांधी ने किया मुआवजा देने का ऐलान विपक्ष ने जहां कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए सहमत होने को लेकर सरकार पर निशाना साधा। वहीं, भाजपा सांसद वरुण गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे एमएसपी गारंटी की किसानों की मांग को स्वीकार करने का अनुरोध किया। अक्सर किसानों का मुद्दा उठाने वाले पीलीभीत के सांसद ने कहा कि यह निर्णय यदि पहले ही ले लिया जाता, तो 700 से अधिक किसानों की जान नहीं जाती। उन्होंने आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजन को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की। विपक्ष ने किया अपने-अपने तरीके से हमला बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने भी एमएसपी की गारंटी के लिए कानून बनाए जाने की मांग की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘...केंद्र किसानों की उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए नया कानून बनाने तथा देश की आन, बान व शान से जुड़े अति गम्भीर मामलों को छोड़कर आन्दोलित किसानों पर दर्ज बाकी सभी मुकदमों की वापसी आदि भी सुनिश्चित करे, तो यह उचित होगा।’’ कांग्रेस और वाम दलों ने भी मांग की है कि एमएसपी की गारंटी के लिए कानून बनाया जाए। वरुण गांधी के साथ ही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के लिए केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से लखनऊ में पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) के सम्मेलन में अजय मिश्रा के साथ मंच साझा नहीं करने का भी आग्रह किया। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में सरकार पर निशाना साधा और कहा, ‘‘महाभारत और रामायण हमें सिखाते हैं कि आखिरकार अहंकार की पराजय होती है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि फर्जी हिंदुत्ववादी यह भूल गए हैं और उन्होंने सच तथा न्याय पर हमला कर दिया, जैसे कि रावण ने किया था।’’ उसने कहा कि कम से कम भविष्य में केंद्र को ऐसे कानून लाने से पहले अहंकार को परे रखना चाहिए और देश के कल्याण के लिए विपक्षी दलों को भरोसे में लेना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा की पृष्ठभूमि में आरोप लगाया कि सिर्फ भाजपा की सरकार में कैबिनेट की मंजूरी के बिना कानून बनाए और निरस्त किए जाते हैं। भाजपा नेताओं ने क्‍या दी सफाई? केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह ने कृषि कानूनों को ‘काला कानून’ बताने के किसानों के आरोपों पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने एक किसान नेता से पूछा कि कृषि कानूनों में काला क्या है? आप लोग कहते हैं कि यह एक काला कानून है। मैंने उनसे पूछा कि स्याही के अलावा और क्या काला है? उन्होंने कहा कि हम आपके विचार का समर्थन करते हैं, लेकिन फिर भी ये (कानून) काले हैं।’’ केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग राज्य मंत्री सिंह ने कहा, ‘‘इसका इलाज क्या है? इसका कोई इलाज नहीं है। किसान संगठनों में आपस में वर्चस्व की लड़ाई है। ये लोग छोटे किसानों के फायदे के बारे में नहीं सोच सकते। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानून वापस लेने की घोषणा की है।’’

गोरखपुर में मेट्रो का रास्ता साफ मुख्तार को जेल में मर्डर का अंदेशा ...यूपी की टॉप-5 खबरें


गोरखपुर को मेट्रोपॉलिटन सिटी घोषित करने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने शुक्रवार को मंजूरी दे दी है। इसी के साथ गोरखपुर में लाइट मेट्रो चलाने का रास्ता साफ हो गया है। वाराणसी को बेस्ट गंगा सिटी का पुरस्कार प्रदान किया गया। बांदा जेल में बंद मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के घरवालों को उनकी हत्‍या का डर सता रहा है। लखनऊ में पुलिसकर्मी की मौत से हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है क‍ि मृतक पुलिसकर्मी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में तैनात था। मायावती ने मांग की कि किसानों की उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए नया कानून बनाया जाए।


via WORLD NEWS