Sunday, May 2, 2021
ब्लॉगः WHO के मुताबिक सर्दी-जुकाम की ज्यादातर दवाइयां या तो नकली हैं या घटिया
देश कोरोना के भयावह काल से गुजर रहा है और हर दिन सैकड़ों लोगों की जान जा रही है। लेकिन बेईमानों की एक पूरी फौज ऐसे दुखद समय का फायदा उठाने से बाज नहीं आ रही। इस समय बाजार में यूं तो अनेक तरह के नकली सामान मिल रहे हैं, लेकिन कोरोना को हराने वाली दवाएं और अन्य सामानों की बाढ़ आ गई है। हर दिन खबर आ रही है कि रेमडेसेवियर की सुइयां अन्य नकली दवाइयां और उनके कारखाने पकड़े जा रहे हैं। नकली दवाइयां बनाकर ये लोगों से मोटी रकम वसूलते हैं, लेकिन यह नहीं सोचते कि इससे मरीजों की जान भी जा सकती है। पिछले साल देश के कई हिस्सों से बड़ी तादाद में नकली मास्क और सैनिटाइजर पकड़े जाने की खबरें आईं। सरकार ने इस तरह की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए इन्हें अनिवार्य वस्तु कानून के तहत डाल दिया है ताकि अपराधियों को कड़ी सजा मिले। लेकिन यह खेल है कि रुक नहीं रहा।
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