Thursday, January 13, 2022

Jharkhand News : कोरोना वैक्सीन से कैसे मिली 55 वर्षीय शख्स को नई जिंदगी? बोकारो से खास रिपोर्ट


जय सिन्हा, बोकारो
अब आप इसे चमत्कार कहें या फिर ईश्वर की देन, लेकिन जो शख्स पिछले पांच साल से बीमार था। उसकी हालत इतनी खराब थी कि बिस्तर से उठ नहीं पाता था, कुछ बोल नहीं पाता था। कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगते ही वो बोलने लगा। बिस्तर से खड़ा हो गया और चलने भी लगा। इसके बाद उसके घर वाले और जांच में जुटे डॉक्टर भी हैरान हो गए। पूछने पर 55 वर्षीय दुलारचंद मुंडा ने जवाब दिया कि कोविशिल्ड वैक्सीन की वजह से ये सब हुआ। हालांकि, क्या सच में कोरोना वैक्सीन से उनकी तबीयत में सुधार हुआ ये तो जांच का विषय है। इस बीच बोकारो सिविल सर्जन ने तीन सदस्यीय टीम का गठन भी कर दिया, जो इसकी रिकवरी की रिसर्च करेगी। वहीं गांव के पूर्व मुखिया महेंद्र मुंडा ने भी इस बदलाव के पीछे वैक्सीन का असर बताया है। पेटरवार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा प्रभारी डॉ अलबेल केरकेट्टा ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका की ओर से चार जनवरी को दुलारचंद मुंडा के घर में जाकर वैक्सीन दिया गया था और 5 जनवरी से ही उसके बेजान शरीर ने हरकत करना शुरू कर दिया था।


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Patient in Groundbreaking Heart Transplant Has a Criminal Record


Health New York TimesBy BY RONI CARYN RABIN Via NYT To WORLD NEWS

W.H.O. officials see signs that Omicron may be peaking in Africa.


World New York TimesBy BY LYNSEY CHUTEL Via NYT To WORLD NEWS

Common Virus May Play Role in Debilitating Neurological Illness


Health New York TimesBy BY GINA KOLATA Via NYT To WORLD NEWS

Review: In ‘Somebody Somewhere,’ Home Is Like No Place


Arts New York TimesBy BY JAMES PONIEWOZIK Via NYT To WORLD NEWS

भारत और ब्रिटेन के बीच FTA पर बातचीत शुरू, ट्रेवेलियन से मिले जयशंकर

नई दिल्‍ली विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को ब्रिटेन की अंतरराष्ट्रीय व्यापार मामलों की मंत्री ऐनी मेरी ट्रेवेलियन से मुलाकात की और उन्होंने दोनों देशों के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए औपचारिक रूप से बातचीत की शुरुआत होने का स्वागत किया। भारत और ब्रिटेन ने प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए बृहस्पतिवार को औपचारिक रूप से बातचीत की शुरुआत की। इस समझौते से 2030 तक द्विपक्षीय कारोबार को दोगुना करने में मदद मिलेगी और दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को यहां ट्रेवेलियन से मुलाकात की और एफटीए पर बातचीत की औपचारिक शुरुआत भी की। जयशंकर ने केन्या की विदेश मामलों की मंत्री से बातचीत कीविदेश मंत्री एस जयशंकर ने केन्या की विदेश मामलों की मंत्री रेशिल ओमामो से द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की । बातचीत के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, 'केन्या की विदेश मामलों की कैबिनेट सचिव रेशिल ओमामो से बातचीत की । पिछले वर्ष के बाद द्विपक्षीय (संबंधों में) प्रगति की समीक्षा की।' उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका, रूस, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमिरात, नाइजीरिया, मिस्र, इजराइल, इंडोनेशिया, मालदीव, भूटान, ईरान, फ्रांस, पोलैंड, पुर्तगाल जैसे देशों के विदेश मंत्रियों से बातचीत की है।

‘उनके जैसा कोई नहीं’- किसान धर्मजय सिंह की मौत से गांव में पसरा मातम, परिजनों के रुक नहीं रहे आंसू


रीवा
मध्य प्रदेश के रीवा जिले में प्रगतिशील किसान धर्मजय सिंह की मौत (rewa farmer Dharamjay singh died) से मातम का माहौल है। उनके निधन की खबर से जिले के रकरी और आसपास के गांवों में लोगों के आंसू नहीं रुक रहे। आठ महीने तक इलाज चलने के बाद धर्मजय सिंह की चेन्नई के अपोलो अस्पताल में मौत हो गई। उनके परिजनों ने बताया कि पार्थिव शरीर गुरुवार देर रात तक उनके गांव पहुंचेगा और शुक्रवार सुबह अंतिम संस्कार (Dharamjay Singh Cremation News) किया जाएगा।

धर्मजय सिंह करीब 200 एकड़ जमीन के मालिक थे और अपने खेतों में गुलाब और स्ट्रॉबेरी उगाते थे। खेती में नए-नए प्रयोगों के लिए उन्हें राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित किया गया था। धर्मजय लोगों की खूब मदद करते थे। कोरोना संक्रमण के दौरान वे राहगीरों और गरीबों की मदद के लिए आगे आए थे। वे इलाके के लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराते थे।

परिजनों के मुताबिक धर्मजय सिंह अप्रैल, 2018 में कोरोना से संक्रमित हुए थे। रीवा के संजय गांधी अस्पताल में हालत नहीं सुधरी तो उन्हें चेन्नई के अपोलो अस्पताल ले जाया गया। वहां लंदन के डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था। इसमें हर दिन तीन से चार लाख रुपये का खर्च आता था। इलाज में करीब आठ करोड़ रुपये खर्च हुए। इसे जुटाने के लिए परिजनों को करीब 50 एकड़ (mp farmer sold 50 acres land for covid treatment) जमीन बेचनी पड़ी।


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Coronavirus News : कोरोना को आए दो साल हो गए... अब तक पता नहीं चली ये बातें, क्या मिलेगा जवाब?


देश-दुनिया के वैज्ञानिक कोरोना महामारी से जुड़े कई सवालों के जवाब तलाशने में लगातार जुटे हुए हैं। इनमें से कई के जवाब तो मिल गए लेकिन कोरोना से जुड़ी कुछ ऐसी बातें भी हैं जिनकी जानकारी अब तक नहीं मिल पाई। इनकी जानकारी जुटाने में वैज्ञानिक दिन रात लगे हुए हैं।

पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी में माइक्रोबायोलॉजी की प्रोफेसर डॉ सीमा लकड़ावाला का कहना है कि 'हमें जितने सवालों के जवाब मिलते जाते हैं, उतने ही नए सवाल हमारे सामने आ जाते हैं।' बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञ बताते हैं कि अभी भी कुछ ऐसे मूल सवाल हैं जिनके जवाब मिलना शेष हैं।

अगर कोरोना से जुड़े इन रहस्यों से परदा हटा लिया जाए तो कोरोना का सामना करने के प्रयासों को मजबूती मिलेगी। यहां हम आपको कोरोना महामारी से जुड़े ऐसे 3 सवाल बताने जा रहे हैं जिनके जवाब तलाशना आज भी बाकी है... देखें ये वीडियो...

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